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शनिवार, 28 अगस्त 2021

किसानों को मानसून से उम्मीदें:सितम्बर में बरसात नहीं हुई तो किसानों को हो सकता है बड़ा नुकसान

PALI SIROHI ONLINE

उदयपुर में 29 अगस्त से अच्छी बरसात की भविष्यवाणी की जा रही है। इस बार मानसून में बरसात नहीं होने का नुकसान सर्दियों में उदयपुर के काश्तकारों को भुगतना पड़ सकता है। उदयपुर जिले सहित संभागभर में इस बार अच्छी बरसात नहीं हुई है। अगस्त महीना अपने अंतिम दिन गिन रहा है और मानसून सीजन खत्म होने की ओर है। इसके बावजूद अबतक उदयपुर में अच्छी बरसात नहीं हुई है। उदयपुर में आम तौर पर 20 सितम्बर तक अच्छी मानसूनी बरसात का सीजन माना जाता है। ऐसे में इस अंतराल में अब थोड़ा ही समय बचा है। अगर इस समय में उदयपुर जिले में अच्छी बरसात नहीं होती है तो उदयपुर के किसानों को नुकसान हो सकता है।

रबी की फसल की सिंचाई पर असर पड़ सकता है

इस मानसून में अच्छी बरसात नहीं होने का असर रबी की फसलों पर पड़ेगा। जल संसाधन विभाग के एक्सईएन विनीत शर्मा बताते हैं कि मानसूनी बरसात में जिलेभर के बांध भरते हैं और सर्दियों में होने वाली रबी की फसल में उनके पानी का इस्तेमाल होता है, उसके बाद खरीफ की फसलों की सिंचाई होती है। इसके बाद बांध खाली होने लग जाते हैं और मानसूनी बरसात में दोबारा भरते हैं। मगर क्योंकि इस बार अच्छी बरसात नहीं हुई है, ऐसे में अगर सितम्बर में बरसात नहीं होती है तो रबी की फसलों की सिंचाई के लिए पानी की समस्या किसानों को हो सकती है।

पीने के लिए फिलहाल पर्याप्त पानी

शहर में पीने के पानी का संकट फिलहाल नहीं है। फतहसागर, पीछोला, जयसमंद और मानसी वाकल में इतना पानी है कि अगले साल तक शहर में पीने के पानी की समस्या नहीं होगी। हालांकि सितम्बर में भी अच्छी बरसात नहीं आती है तो अगले साल मई-जून के बाद दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। बता दें कि इस वर्ष मई में ताउते तूफान के चलते हुई बरसात से झीलों में पानी आया था।

खाली पड़े हैं बांध, एक भी पूरा नहीं भरा

अगस्त का आखिरी सप्ताह चल रहा है, इसके बावजूद उदयपुर जिले के लगभग सभी बांध खाली पड़े हैं। ज्यादातार बांध आधे से भी ज्यादा खाली हैं। वहीं कुछ बांध तो 10 प्रतिशत ही भरे हैं। सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रमुख बांधों की बात करें तो फिलहाल उदयसागर 15 फीट, देवास 15 फीट, मदार बड़ा 11 फीट, मदार छोटा 14 फीट, मादड़ी 12 फीट, बड़ी 21 फीट, जयसमंद 17 फीट, वल्लभनगर ढाई फीट, आकोदड़ा 1.20 मीटर, मानसी वाकल में 576 मीटर पानी है।

कम से कम औसत बरसात जरूरी

उदयपुर में पीने के पानी और सिंचाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए औसत बरसात होना जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों से उदयपुर में औसत से ज्यादा बरसात हो रही है। मगर इस बार अबतक औसत से काफी कम बरसात हुई है। उदयपुर में 655 एमएम बरसात औसत होती है। जबकि इस बार अब तक 266 एमएम बरसात ही हुई है। अगर अगले 20-25 दिनों में अच्छी बरसात नहीं हुई तो उदयपुरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।