प्रतापगढ़ : सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य में पूर्णिमा की चांदनी रात में 5 जून सुबह 8 बजे से 6 जून सुबह 8 बजे तक लगातार 24 घंटे विभिन्न वाटर हॉल पर वन्यजीव गणत्व शुरू होगा। उप वन संरक्षक सविता दहिया के निर्देश पर सहायक वन संरक्षक सुनील कुमार सिंह अाैर क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज कुमार औदीच्य ने वनकर्मियों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए। सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य के तहत रेंज धरियावद, जाखम अाैर बड़ीसादड़ी में वाटर हॉल चिन्हित किए गए। इन वाटर हॉल पर 24 घंटे वन्यजीव स्टाफ, ईडीसी सदस्य, स्वंयसेवी संस्थाओं, पर्यावरण प्रेमी, इच्छुक व्यक्ति वन्यजीव गणना में शामिल होंगे।
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने वनकर्मियों को बताया कि सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य के तीनों रेंज अधीनस्थ 424 वर्ग किलोमीटर में फैले अभयारण्य में 74 वाटर हॉल अाैर पेयजल के स्त्रोत को चिन्हित किया है। इसके साथ ही नदी, नाले, एनीकट पर भी मचान बांधने की तैयारियां करने के निर्देश दिए। अन्य स्थानों पर प्राकृतिक रूप से गणनाकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। मांसाहारी वन्यजीवों में बघेरा, सियार, जरख, लोमड़ी, भेड़िया, सियागोश, जंगली बिल्ली, बिज्जु, नेवला, पेंगोलियम सहित अन्य वन्यजीवों की गणना की जाएगी। शाकाहारी वन्यजीव में चीतल, सामर, चिंकारा, चौसिंगा, नील गाय, जंगली सुबर, सेही, खरगोश, उड़न गिलहरी, पक्षियों के वल्चर, सारस, मौर, चील, बाज, उल्लू, जंगली मुर्गा आदि वन्यजीवों कीगणना की जाएगी।
कर्मचारी विभिन्न वाटर हॉल पर टैंकर से पानी भरेंगे
तैयारी को लेकर उपवन संरक्षक संग्राम सिंह कटियार, सहायक उपवन संरक्षक सुबोध कुमार सिंह अाैर क्षेत्रीय वन अधिकारी तेजपाल मीणा ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी विभिन्न वाटर हॉल पर टैंकर से पानी भरेंगे। वनकर्मी, वन समिति सदस्य तथा समाजसेवी को गणना में बैठने के लिए समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। फॉरेस्ट नाके धरियावद, खुंता, मुंगाणा, पारसोला, झड़ाेली, भणावता, दांतलिया, जायाखेड़ा, आरामपुरा, लिमड़ीखेड़ा आदि क्षेत्र में वन्यजीव गणना विभागीय मापदंड के निर्देशानुसार किया जाना प्रस्तावित है।