Rajasthan Village News

राजस्थान के गांवो की ताज़ा खबरें हिंदी में

शनिवार, 30 मई 2020

चोरी हुए तोते को महिला ने देने से इनकार किया तो बच्चा पहुंचा थाने; तोतों ने दी गवाही, आवाज लगाते ही बच्चे के कंधे पर आ बैठे

चोरी हुए तोते को महिला ने देने से इनकार किया तो बच्चा पहुंचा थाने; तोतों ने दी गवाही, आवाज लगाते ही बच्चे के कंधे पर आ बैठे
उदयपुर : आपने वाे पुरानी कहानी ताे सुनी ही हाेगी, जिसमें दाे महिलाएं एक बच्चे पर अपना हक जताते हुए राजा के पास जाती है। राजा बच्चे की असली मां का पता लगाने के लिए कहता है कि इस बच्चे के दाे टुकड़े कर दाेनाें में बांट दाे। बच्चे की असली मां का दिल बैठ जाता है। वह राजा से कहती है, भले ही बच्चा उसे दे दाे पर इसके टुकड़े मत कराे। और राजा समझ जाता है कि बच्चे की असली मां ये ही है। ये ताे हुई पुरानी कहानी। ऐसी ही एक सच्ची कहानी है राजसमंद जिले के कुंवारिया गांव में एक बच्चे और उसके दाे गुमशुदा ताेताें की। थानेदार पेशावर खान ने भी राजा की तरह ही न्याय करते हुए उसके ताेते उसे वापस दिलवाए।
कहानी भाग 1 : कुंवारिया के 11 साल के करण सेन ने दाे ताेते पाल रखे हैं। एक का नाम राधा और दूसरे का कृष्णा है। दाेनाें उसे जान से भी ज्यादा प्यारे हैं। कुछ दिनाें पहले ये ताेते उड़ कर कहीं चले गए। बच्चा इनके लिए खूब राेया लेकिन लाॅकडाउन की वजह से घर वालाें ने इसे ताेताें काे ढूंढने के लिए बाहर नहीं जाने दिया। जैसे ही लाॅकडाउन में थाेड़ी ढील मिली करण ताेताें काे ढूंढने निकल पड़ा। दाेनाें ताेते आधा किमी दूर एक महिला के घर मिले, लेकिन बच्चे की बार-बार गुजारिशाें के बाद भी उसने ताेते देने से मना कर दिया।
कहानी भाग 2. करण राेते-राेते बुधवार काे थाने में पहुंच गया और थानेदार से कहा कि, सर वो आंटी मेरे तोते नहीं दे रही है, आप दिलवा दाे। बच्चे काे राेता देख थानेदार पेशावर खान का दिल पिघल गया। थानेदार खान ने बताया कि उन्हाेंने करण के साथ हेड कांस्टेबल हरि सिंह, रोशनलाल शर्मा को महिला के घर भेजा। महिला ने पहले ताे देने से मना कर किया। जब बच्चे से कहा कि कैसे साबित कर सकते हाे कि ये ताेते तुम्हारे हैं। इस पर बच्चे ने जैसे ही राधा-कृष्णा आवाज लगाई, दाेनाें ताेते उसके कंधे पर आकर बैठ गए। अपने ताेते फिर से पाकर करण खुशी से झूम उठा, मानाे सारे जहां की खुशियां मिल गईं।