अलवर : धूम, धड़ाका, गाना, नाचना, बैंड-बाजा, डीजे सजावट, दावत दुनियाभर का तामझाम इन सबसे मिलकर बनती है शादी। लेकिन लाॅकडाउन ने इस बार शादी का सीजन फीका कर दिया। अप्रेल-मई में कुछ लाेगाें ने लाॅकडाउन की पालना करते हुए शादी की ताे कुछ ने इंतजार किया कि जब सब सामान्य हाे जाएगा ताे धूमधाम से शादी की जाएगी। लेकिन इंतजार कब तक करते, शुभ मुहुर्त काे एक बार टाला, दाेबारा जाे तिथि मिली वह भी नजदीक थी, फिर मन बना लिया कि नजदीकी रिश्तेदार और घर वालाें के साथ मिलकर ही बेटे-बहू एक दूसरे काे वरमाला डालकर शादी कर लेंगे।
अभी सरकार की गाइडलाइन के अनुसार 50 लाेगाें की उपस्थिति में शादी हाे सकती है। भिवाड़ी में भी कुछ ऐसे परिवार हैं जिन्हाेंने हाल ही में अपने बेटे की शादी काे टाला, उनका मन था कि परंपरागत रूप से शादी करेंगे, लेकिन अब उन्हाेंने जाे भी माहाैल रहेगा उसके हिसाब से शादी करने का विचार बना लिया है।
यूआईटी सेक्टर दाे निवासी सुभाष जिंदल ने बताया कि उनके बेटे लाेकेश की शादी 27 अप्रेल काे हाेनी थी। मैरिज हाेम, बैंड-बाजा, डीजे, बस, हलवाई सब बुकिंग हाे चुकी थी। लेकिन सब निरस्त कर दिया। क्याेंकि हमें धूमधाम से शादी करनी थी। इसलिए हमने दूसरा मुहूर्त भी निकाला जाे कि 17 जून का निकला है। लेकिन अभी भी देश में काेराेना का संक्रमण चल रहा है। अब दूसरे मुहूर्त काे नहीं बदलेंगे, जैसा भी हाेगा उसी हिसाब से शादी करेंगे। एक जून से सरकार नई गाइडलाइन जारी करेगी उस हिसाब से तैयारी करेंगे। रिश्तेदाराें से भी बात करेंगे कि वे शादी में कैसे आएंगे।
साधारण शादी का विचार बनाया, छूट मिलेगी ताे करेंगे आयाेजन
कजारिया ग्रीन निवासी एनके अग्रवाल ने बताया कि उनके बेटे याेगेश की शादी 4 मई काे हाेनी थी। इसके लिए हमारे द्वारा गार्डन कैटर्स और फाेटाेग्राफर बुक थे। शादी से पहले लाॅकडाउन शुरू हाे गया। हमने शादी की तिथि कैंसिल कर दी। हमारा विचार था कि बेटे की शादी काे धूमधाम से करेंगे। इसके बाद हमने 15 जून का नया मुहूर्त निकाला। लेकिन अभी भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। अभी सरकार की जाे गाइडलाइन है उसके हिसाब से सामान्य तरीके से वर-वधू एक दूसरे काे वरमाला पहनाया और फेरे लेंगे। अगर सरकार छूट देगी ताे आयाेजन काे भव्य करेंगे। इसलिए अभी तक शादी का स्थल तय नहीं किया है।