आंबापुरा : गर्मी का दौर शुरू होते ही नॉन कमांड क्षेत्र में पेयजल की किल्लत शुरू हो जाती है। लोगों और उनके पालतु मवेशियों को पीने का पानी तक नसीब नहीं होता है। ऐसे में लोग पानी की उम्मीद में नॉन कमांड क्षेत्र में भी गहरा कुंए खोदते हैं ताकि पानी की व्यवस्था हो सके।
ऐसा ही मामला आंबापुरा क्षेत्र के बदरेल खुर्द के बखतपुरा रावतपाड़ा गांव का सामने आया है। गांव के भलिया बताते है कि इस गांव में 30-35 परिवार रहते हैं, यहां पानी के लिए महज एक हैंडपंप है। जिसमें गर्मी के दिनों में महज 10-12 मटके पानी आने के बाद बंद हो जाता है। जिस कारण गर्मी में मवेशियों के पानी की समस्या बनी रहती है। यहां से आधा किलोमीटर दूर सरपंच के घर से लाते हैं। पानी की समस्या को देखते हुए ये लोग खुद के खर्चे से कुंआ खुदवा रहे हैं। पथरीली जमीन होने के कारण कुंए के अंदर से बैलों को जोतकर पत्थर व मिट्टी निकाल रहे हैं। ग्राम पंचायत में पानी की समस्या को लेकर कई बार बताया, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं किया गया है।