चनाना : कोरोना संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैलने का संकट टल गया। ये सब रैगर मोहल्ला निवासी मिस्त्री युवक की समझदारी, ग्रामीणों की सूझबूझ और प्रशासन की सतर्कता से संभव हुआ। जानकारी के मुताबिक रैगर माेहल्ला निवासी ये युवक 23 मई को ही चैंबूर नाका मुंबई से गांव लौटा था। वह जयपुर तक ट्रेन में, जयपुर से झुंझुनूं रोडवेज बस और झुंझुनूं से चनाना तक किराये की जीप में आया।
चिड़ावा एसडीएम जेपी गौड़ और बीसीएमओ डॉ. संतकुमार जांगिड़ के अनुसार झुंझुनूं से अपने घर जाने की बजाय ये युवक गांव के संस्कृत स्कूल में संचालित क्वारेंटाइन सेंटर में रुक गया। अगर ये युवक झुंझुनूं से सीधे घर चला जाता तो गांव में कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती।
युवक के संयुक्त परिवार में 20 सदस्य हैं। सैंपलिंग करवाई। मंगलवार रात आई रिपोर्ट में युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जिसके बाद बुधवार को शहीदान चौक झुंझुनूं निवासी उस जीप ड्राइवर के भी सैंपल लिए गए, जो युवक को छाेड़ने चनाना आया था।
सब लोग करेंऐसा सहयोग तो बीमारी को बढ़ने से रोक सकते हैं
एसडीएम जेपी गौड़ और बीसीएमओ डॉ. संतकुमार जांगिड़ ने लोगों से कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि लोगों को चनाना के युवक से प्रेरणा लेनी चाहिए। एसडीएम और बीसीएमओ ने बताया कि घर से दूर संस्कृत स्कूल में ठहरे युवक के परिवार ने भी सजगता दिखाई। उन्होंने उसे 20-25 मीटर दूर से खाना पकड़ाया गया।
उन्होंने कहा कि सामाजिक स्तर पर लोग ऐसा सहयोग करें तो बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। चनाना सीएचसी प्रभारी सुरेश शर्मा की अगुवाई में जीएनएम महेंद्र सिंह, एलएचवी कमला देवी ने ब्लॉक से100 से अधिक लोगों की जांच की।
पॉजिटिव के संपर्क में आए 24 की रिपोर्ट निगेटिव
महाराष्ट्र से गांव लौटे चार लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से चनाना कोरोना का होट स्पॉट बन गया है। इससे पहले 15 मई को मुंबई से गांव आए तीन लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी। तीनों युवकों के सीधे संपर्क में आए परिजनों सहित 24 लोगों को क्वारेंटाइन करवाकर सैंपल लिये गए। इनकी बुधवार को निगेटिव रिपोर्ट आने पर प्रशासन ने राहत महसूस की।