बांसवाड़ा,जिले में राशन डीलरों के एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। काेराेना काल में लाेगाें की मदद की सरकारी अपील के बीच राशन डीलराें ने उनके हक के लिए अाई रसद सामग्री भी हड़प ली। अप्रैल में जरूरतमंदाें का गेहूं उठा लिया। अप्रैल-मई में केरोसिन का गबन किया। अभी तक विभाग में जांच चल ही रही थी कि इस बीच अब चीनी घोटाला भी सामने आया है। 314 राशन डीलरों ने अप्रैल-मई में 34,538 किलो चीनी का गबन किया। मौजूदा कीमत के हिसाब से 13 लाख 81 हजार 520 रुपए की चीनी इस महामारी में डीलराें ने गलत तरीके से उठा ली। चाैकाने वाली बात यह है कि रसद विभाग के अधिकारियाें के राेजाना राशन की दुकानाें की जांच के लक्ष्य हाेते है। रिकाॅर्ड के अनुसार वे लगातार जांच भी कर रहे हैं, लेकिन किसी भी जांच में गड़बड़ी पकड़ में नहीं आई।
स्टॉक बचाकर रखा, मौका मिला तो निकाल ली चीनी: राज्य सरकार ने जिले में अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक के लिए चीनी का आवंटन किया था। जिले में 48,446 अंत्योदय योजना से जुड़े उपभोक्ता हैं। जिन्हें महीने के हिसाब से प्रति राशन कार्ड के हिसाब से एक किलो चीनी मिलती है। उपभोक्ताओं को तीन महीने के हिसाब से तीन किलो चीनी का वितरण किया जाता है। लेकिन राशन डीलरों ने गेहूं वितरण के साथ ही राशन कार्ड से एक-एक किलो के हिसाब से चीनी की एंट्री कर दी। वितरण के हिसाब से मार्च में चीनी का स्टॉक खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन डीलरों ने उपभोक्ताओं को न देकर इन दो महीनों में चीनी उठा ली।
इन दाे केस से समझिए अंत्योदय परिवारों की पीड़ा
चीनी मिले 2 साल हो गए- खातु
घोटोल पंचायत समिति के खमेरा के रहने वाला खातू के अन्त्योदय राशन कार्ड का नम्बर 009858700293 है। खातु ने बताया कि उसे केवल गेहूं मिलता है। उसके अलावा इस बार केवल दाल मिली है। चीनी मिले तो दो साल हो गए हैं। डीलर ने कभी कहा भी नहीं कि चीनी और तेल आता है। लेकिन खातू के राशन कार्ड से ऑनलाइन देखा तो हर महीने चीनी उठाई गई है। अप्रैल महीने में भी राशन डीलर ने 3 किलो चीनी निकाल उठा रखी है।
मुझे तो गेहूं के अलावा कभी चीनी या केरोसिन तो मिला ही नहीं- भुलकी
घाटोल पंचायत समिति के खमेरा की रहने वाली भुलकी का राशन कार्ड नंबर 009858700377 है। उसके राशन कार्ड से हर महीने गेहूं के साथ चीनी भी उठ रही है। साथ ही मार्च महीने से पहले केरोसिन भी उठ रहा है। साथ ही अप्रैल महीने में भी तीन किलो चीनी उठ गई है। लेकिन जब भुलकी से पूछा तो उन्होंने कहा कि उसे तो गेहूं के अलावा कभी कुछ नहीं मिला। इस बार एक किलो दाल जरूर मिली है। चीनी और केरोसिन तो कभी नहीं मिला।