भीलवाड़ा, मेनाली नदी पर बनी पुलिया अगस्त 2019 में तेज बारिश में आए उफान के साथ टूट गई थी। त्रिवेणी-बेगूं मार्ग बंद हाे गया और लोगाें काे 20 से 25 किलोमीटर चक्कर काटकर आना-जाना पड़ता था।जिम्मेदार विभाग ने केवल गिट्टी और मिट्टी डालकर एक तरफ यातायात शुरू करा दिया। पक्की मरम्मत ताे अब तक नहीं हुई। लाेग क्षतिग्रस्त पुलिया से ही आवागमन करने काे मजबूर हैं।जोजवा के रामेश्वर कुमावत पुलिया से बाइक समेत बह गया था। भांड का खेड़ा के लाेगाें ने उसे बचाया। ऐसे कई हादसे होने के बाद भी क्षतिग्रस्त पुलिया की अब तक सरकार ने सुध नहीं ली। जोजवा, सांड गांव त्रिवेणी, धाकड़ खेड़ी, बागीत, सिंगोली, चारभुजा, बंरूदनी व बेगूं की और बीगोद आने जाने वाले लोगों को इस क्षतिग्रस्त पुलिया से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि मानसून सिर पर है और पहली बारिश में ही यह मार्ग बंद हो जाएगा। जिले में सबसे पहले भरते रहे गोवटा बांध का पानी इसी में मेनाली नदी में आएगा।विधायक गोपाल खंडेलवाल का कहना है कि पुलिया पिछले साल अगस्त में बह गई थी। आवागमन कई महीनों बंद रहा। विधानसभा में पुलिया को नई बनाने की मांग उठाई ताे भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है।