राजस्थान.पहले से ही टिड्डियों का हमला झेल रहे किसानों की परेशानी अभी और बढऩे वाली है। अब अफ्रीका से टिड्डियों के दल भारत की ओर बढ़ रहे हैं और ये दल ओमान के रास्ते गुजरात से भारत में प्रवेश कर सकती हैं। इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र संगठन के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ने अंदेशा जताते हुए अलर्ट किया जारी किया है। जिसके मुताबिक 4500 किलोमीटर दूर पूर्वी अफ्रीकी देशों के रेगिस्तानी क्षेत्रों में मौजूद टिड्डियां यमन और ओमान के रास्ते गुजरात के कच्छ से भारत में प्रवेश कर सकती हैं। वहां से कई राज्यों और शहरों तक जा सकती है। इनके एक दल का आकार 10 वर्ग किलोमीटर तक हो सकता है।
किसानों से कहा, जलाएं आग
ऑर्गेनाइजेशन ने किसानों को सलाह दी है कि वह टिड्डी हमले से बचने के लिए अपने खेतों के एक किनारे पर आग जलाने की व्यवस्था करें जिससे धुंआ पैदा हो सके। आग जलने और धुंआ होने से टिड्डियां यहां अपना पड़ाव नहीं डाल सकेंगी। इसके साथ ही उन्हें आवाज करने के लिए बर्तन, डीजे आदि बजाने के लिए भी कहा गया है। ऑर्गेनाइजेशन ने किसानों को यह भी सलाह दी है कि जैसे ही टिड्डियों का दल नजर आए तुरंत इसकी सूचना कृषि विभाग को दें। जिससे समय पर इन पर कीटनाशकों का छिड़काव किया जा सके।
एक वर्ग किमी में चार करोड़ टिड्डियां
विशेषज्ञों का कहना है कि करीब दो ग्राम का टिड्डा रोज अपने वजन बराबर फसल या पौधे खा सकता है। एक वर्ग किलोमीटर में करीब चार करोड़ टिड्डियां रहती हैं। ये सब खाने पर उतर आएं तो इतनी फसल चट कर सकती हैं, जितने से 35 हजार लोगों का अन्न पैदा हो सकता है।
राजस्थान में और होगा बड़ा हमला
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने अपनी ताजा चेतावनी में यह भी कहा है कि उत्तरी सोमालिया में अंडों से बड़ी संख्या में टिड्डियां निकलना शुरू हो गई हैं। ये टिड्डियां वहां से उड़ान भर भारत आएंगी। वहीं भारत.पाक सीमा के दोनों तरफ टिड्डियों ने बड़ी संख्या में अंडे दे रखे हैं। इस माह और अगले माह के शुरुआत में राजस्थान में टिड्डियों का एक व्यापक हमला हो सकता है। वहीं उत्तर प्रदेश और नेपाल तक गया टिड्डियों का समूह भी लौट कर एक बार फिर राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में राजस्थान में विशेष सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है।
पीली टिड्डियों ने किया हमला
इधर ऑर्गेनाइजेशन टिड्डी दल के संभावित बड़े हमले की चेतावनी जारी कर रहा है उधर दूसरी ओर इसी बीच जोधपुर के आगोलाई क्षेत्र में टिड्डियों ने हमला कर दिया है। कल शाम टिड्डियों का दल आगोलाई और उसके आसपास के क्षेत्र उदयसर, पनीसर, गोकलनगर, बरडा नाडा, ढाँढणिया सांसन, जालमनगर सहित करीब दस किलोमीटर एरिया पहुंचा और सैकड़ों हेक्टेयर में हमला बोलते हुए खरीफ की फसल और वनस्पति को चट कर कर गया। प्रशासन ने सूचना मिलने पर आज अलसुबह टिड्डी मारने के लिए तीन गाड़ियां भेजी लेकिन टिड्डियों के अधिक क्षेत्र में फैला होने के कारण इन पर काबू करना संभव नहीं हो पा रहा है।
राजस्थान में अब तक हुआ नुकसान
टिड्डियों के हमले से राजस्थान में सबसे ज्यादा जैसलमेर जिला प्रभावित हुआ। यहां 54,979 हैक्टेयर फसल बर्बाद हुई। वहीं जालौर जिले में टिड्डी हमले के कारण 53,682 हैक्टेयर फसल बर्बाद हुई है। इसी तरह श्रीगंगानगर जिले में 22,257 हैक्टेयर, बाड़मेर में 38,029 हैक्टेयर, बीकानेर जिले में 5801 हैक्टेयर, जोधपुर जिले में 2308 हैक्टेयर और सिरोही जिले में 12 हैक्टेयर फसलों को टिड्डी दल के कारण नुकसान पहुंचा है।