लाेन की वसूली के लिए हीरो फिनकॉर्प फाइनेंस कंपनी के प्रतिनिधि गुरुवार काे भारी पुलिस बल के साथ मदार गेट स्थित संचेती होटल को सीज करने के लिए पहुंचे। करीब दाे दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ सीओ और अन्य अधिकारियाें की मौजूदगी से इलाके में हड़कंप मच गया, लेकिन हाेटल सीज की कार्रवाई नहीं हाे सकी।
आदेश में तकनीकी खामी के चलते हाेटल सीज करने की कार्रवाई 2 दिन के लिए स्थगित कर दी गई। भारी पुलिस लवाजमा और बैंक के अधिकारी बैरंग लौट गए। उल्लेखनीय है कि होटल के मालिकों पर 2 करोड़ रुपए का लोन है, लोन चुकाने में होटल के मालिक डिफाल्टर भी हो चुके हैं। फाइनेंस कंपनी ने वित्तीय कानून के अंतर्गत जिला कलेक्टर से भी संपत्ति सीज करने के आदेश जारी करवा लिए।
कलेक्टर के आदेश के अनुरूप ही एसपी ने भी पुलिस बल भेजने के आदेश कर दिए। क्लॉक टावर के थानाधिकारी दिनेश कुमावत ने बताया कि होटल को लेकर मालिकों ने एडीजे कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले रखा है। यह स्टे ऑर्डर फाइनेंस कंपनी पर लागू नहीं होता। पुलिस के आदेश में होटल के पते में त्रुटि हो गई थी। इन तकनीकी कारणों से सीज कार्रवाई नहीं हो पाई है। फाइनेंस कंपनी के अधिकारी अब तकनीकी खामियों को दूर करवाने का प्रयास कर रहे हैं।
अब दाे दिन के लिए स्थगित की कार्रवाई
पुलिस उप अधीक्षक एवं सीईओ दक्षिण मुकेश कुमार सोनी ने बताया कि कार्रवाई के लिए प्राप्त आदेश में खामी थी, इसमें सुुधार कराया जा रहा है। अब इस मामले में दाे दिन बाद कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
फाइनेंस कंपनी से लाेन लेकर संचेती धर्मशाला की जगह संचेती कॉम्पलेक्स और होटल का निर्माण किया गया था। सूत्राें के अनुसार कॉम्पलेक्स की अधिकतर दुकानों को बेचा जा चुका है। बताया गया है कि कॉम्पलेक्स के निर्माण को लेकर भी नगर निगम ने मालिकों को नोटिस दे रखे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार एडीजे कोर्ट ने निगम के विरुद्ध ही स्टे ऑर्डर जारी किया है।
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