आयुर्वेद के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान कार्यों में तेजी लाने व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय के स्वायत्त निकाय केंद्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद के बीच एमओयू हुआ है। गुरुवार को एमओयू पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अभिमन्यु कुमार व सीसीआरएएस के महानिदेशक प्रो. करतार सिंह धीमान ने हस्ताक्षर किए।
लसचिव अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि इसके आधार पर 5 वर्ष की अवधि तक संयुक्त रूप से होने वाले क्लिनिकल परीक्षणों के प्रोटोकॉल को बेहतर तरीके से विकसित किया जाएगा। साथ ही औषधीय पौधों के विस्तृत कृषिकरण करने, औषध-योग तैयार करने, औषधियों का परीक्षण करने और नैदानिक विधियों का विकास करने व संबंधित अन्य क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं पर कार्य योजना के अनुसार विभिन्न कार्य संपादित किए जाएंगे।