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रविवार, 23 अगस्त 2020

गणेश चतुर्थी पर मंदिर बंद, बाहर प्रसाद रख गए श्रद्धालु

शनिवार काे गणेेश चतुर्थी पर कोरोना महामारी का असर नजर आया। मंदिरों के गेट बंद रहे, जिसके चलते श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर ही प्रसाद रख दिया। शहर में गणपति उत्सव के पांडाल नहीं सजे। लाेगाें ने महुर्तानुसार घराें में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की। इसके चलते घराें में उत्सव का सा माहाैल था। लाेग सुबह से गणपति की प्रतिमा की स्थापना की तैयारी में जुट गए। घर में आयाेजित हाेने वाले कार्यक्रम काे लेकर बच्चाें में उत्साह था। इस अवसर पर पूजा घर काे आकर्षक ढंग से सजाया गया।

बाहर ही चढ़ाया प्रसाद
सुबह 8 बजे गणेश जी महाराज मंदिर त्रिपाेलेश्वर के जाली वाले मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था। गेट के पीछे पर्दा लगा हाेने के कारण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं काे भगवान गणेश की प्रतिमा के दर्शन नहीं हाे रहे थे। कई श्रद्धालु सड़क पर खड़े हाेकर बंद मंदिर के बाहर दीपक जलाकर आरती कर रहे थे। जाे लोग प्रसाद चढ़ाने के लिए आ रहे थे, वे मंदिर के बाहर रखे बर्तन में भगवान गणेश जी के नाम का प्रसाद रख रहे थे और वापस जा रहे थे।

बाहर से मंदिर गुब्बाराें से सजा था। मंदिर के महंत याेगानंद शर्मा ने बताया कि सरकार की गाइड-लाइन के अनुसार सुबह-शाम आरती के बाद मंदिर के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया था।

मंदिर में बिना राेक-टाेक आ-जा रहे थे श्रद्धालु
सुबह 9 बजे लाल डिग्गी के पास स्थित गणेश मंदिर में सुबह भगवान गणेश जी की प्रतिमा के चाेला चढ़ाया गया। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं पर राेक नहीं हाेने के कारण आसानी से आ-जा रहे थे। मंदिर आने वाले श्रद्धालु काेविड-19 की गाइड लाइन की पालना करते नजर आए। कुछ श्रद्धालु मंदिर में धाेक लगा रहे थे। कई श्रद्धालु पूजा कर रहे थे ताे कई प्रसाद चढ़वा रहे थे। गणेश चतुर्थी पर हाेने वाले कार्यक्रम के बारे में श्रद्धालु मंदिर के महंत रामजीलाल से पूछ रहे थे ताे उन्हाेंने लाेगाें काे बताया कि काेराेना के इस कारण इस बार भजन मंडली नहीं बुलाई है।

शाम काे मंदिर पर राेशनी की गई। गोस्वामी तुलसीदास सेवा समिति द्वारा गणेश चतुर्थी महोत्सव सिटी पैलेस स्थित सीतारामजी महाराज के मंदिर में सादगी से मनाया गया। मंदिर के महंत गजेंद्र कटोरी वाला व महेश खेड़ापति ने वैदिक उच्चारण के साथ पूजा संपन्न कराई। गणेश जी के 101 लड्डुओं का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। इससे पहले भगवान गणपति की प्रतिमा के चोला चढ़ाया गया। इस अवसर पर मंदिर के महंत गजेंद्र कटोरी वाला, महेश खेड़ापति, दीपक सोनी, रेणु शर्मा व संस्था अध्यक्ष जगदीश सोनी आदि उपस्थित रहे।

चैनल गेट में से बंधवाई माैली और लगवाया तिलक

सुबह 10 बजे लाल गेट स्थित गणेश मंदिर गुब्बाराें से सजा था। मंदिर का मुख्य गेट (चैनल गेट) बंद था। मंदिर के अंदर महंत और उनके साथी थे। मंदिर के अंदर वाला गेट बंद नहीं हाेने के कारण श्रद्धालुओं काे सड़क से ही गणेश जी की प्रतिमा के दर्शन हाे रहे थे। कई श्रद्धालु दीपक से आरती कर रहे थे। चैनल गेट के बाहर खड़े श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर बैठा एक व्यक्ति तिलक लगा रहा था और माैली बांध रहा था। माैली बंधवाने के लिए श्रद्धालु चैनल गेट में से अपना हाथ मंदिर के अंदर कर रहे थे।

मंदिर के बाहर खड़ा एक व्यक्ति आवाज लगा रहा था- चलते चलाे, काेराेना फैल रहा है, लेकिन लाेग उसकी बात पर ध्यान नहीं दे रहे थे। मंदिर की गली में प्रसाद बेचने वाले ठेली लगाकर खड़े थे। फड़ लगाकर कुछ बच्चे दूब और फूल बेच रहे थे जिन्हाेंने मास्क नहीं लगा रखा था। दुकानाें से आगे तक सामान रखा हाेने व श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण साेशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो रही थी। भीड़ काे हटाने के लिए पुलिस कर्मी भी नहीं था। ऐसा आलम दाेपहर 2 बजे तक रहा। दाेपहर 2 बजे बाजार बंद हाेने पर मंदिर से लाेगाें की भीड़ भी छंट गई।

महाआरती के बाद लगाया 501 लड्डुओं का भाेग

गणपति महाेत्सव समिति की ओर से समिति कार्यालय पर गणपति प्रतिमा की स्थापना की गई। शाम काे महाआरती के बाद गणेश जी महाराज के 501 लड्डुओं का भाेग लगाया गया। समिति के अध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने बताया कि काेराेना महामारी के कारण इस बार सार्वजनिक रूप से गणपति महाेत्सव नहीं मनाया जा रहा है। इसी कारण राजर्षि अभय समाज रंगमंच के स्थान पर समिति कार्यालय पर गणपति की प्रतिमा की स्थापना की गई है।

दाेपहर काे महिला भक्ति संगीत व शाम काे संध्या आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयाेजन नहीं किया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि सुबह लाल गेट स्थित गणेश मंदिर से अखंड ज्याेत लाई गई। गोबरिया गणपति की हुई स्थापना: गाेनंदी संरक्षण समिति की ओर से बुध विहार स्थित कांजी हाउस में मंत्राेच्चारण के साथ गाेबरिया गणपति की प्रतिमा की स्थापना की गई।

कार्यक्रम संयोजक जितेंद्र सैनी ने बताया कि समिति की ओर से इस बार तीसरा गणपति महाेत्सव मनाया जा रहा है। समाज को गौ उत्पाद से जोड़ने और गौ की महत्ता सार्थक सिद्ध करने के उद्देश्य से गाेनंदी संरक्षण समिति द्वारा गोबर से निर्मित प्रतिमाओं का उदाहरण समाज के सामने प्रस्तुत किया गया है। कार्यक्रम में सौरभ कालरा, भारत भूषण शर्मा एडवाेकेट, मोनिका शर्मा, प्रवीण आर्य, कपिल शर्मा, रिक्की टोंगड़ा, रवि बंसल, मयंक खंडेलवाल आदि मौजूद थे।

गणेश प्रतिमा की स्थापना
जय वीर हनुमान सेवा समिति मंदिर मेहताब सिंह का नोहरा के कार्यकर्ता विकास बबेरवाल ने बताया कि काेराेना महामारी के कारण साधारण रूप से गणपति महाेत्सव मनाया जा रहा है। सुबह गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की गई। पांच दिनाें तक सुबह-शाम आरती की जाएगी। इस माैके पर जीतू सैनी, राष्ट्रीय सैनी सभा के जिलाध्यक्ष कमल सैनी, संयोजक राजेंद्र सैनी, शहर महामंत्री अमित सैनी आदि माैजूद थे।

मानव कल्याण के लिए अभिषेक के बाद किया हवन
प्राच्य ज्ञान विज्ञान प्रचार प्रसार समिति की ओर से एक दिवसीय गणेश उत्सव मनाया गया। हृदयनाथ महाराज ने चांदी से बनी गणेश जी की प्रतिमा का मंत्राें के साथ अभिषेक किया। इसके बाद हवन हुआ। जिसमें गायत्री मंत्रों की आहुति दी गई। हृदयनाथ महाराज ने बताया कि मानव कल्याण के लिए गणेश चतुर्थी पर यह कार्यक्रम अयोजित किया गया। कार्यक्रम में श्रद्धालु शामिल नहीं हुए।



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