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सोमवार, 14 सितंबर 2020

कोरोना के 11000 मरीज, 4 दिन में बढ़े 1031 एक एक दिन में 322 नए केस, 2 की मौत, अब तो संभलिए क्योंकि... अस्पतालों में ऑक्सीजन भी कम पड़ रही

जिले में कोरोना ने दो लोगों की जान ले ली है। मौत का आंकड़ा अब 49 पहुंच गया है। रविवार को एसपी ऑफिस के 7 कर्मचारी, आबकारी थाने में आरोपी और डॉक्टर दंपती सहित जिले में 322 नए पॉजिटिव मिले हैं।

अलवर शहर में 106, तिजारा-भिवाड़ी में 101, बहरोड़ में 18, कोटकासिम में 15, किशनगढ़बास व शाहजहांपुर में 14-14, रैणी में 12, बानसूर में 9, खेड़ली में 7, रामगढ़ व मुंडावर में 6-6, लक्ष्मणगढ़ में 4, राजगढ़ में 3, मालाखेड़ा में 2 और दूसरे जिलों के 5 संक्रमित मिले हैं।

अब जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11088 हो गई है, जबकि 9 सितंबर को कुल संक्रमित 10057 थे। इस तरह केवल चार दिन में 1031 संक्रमित जिले में मिल चुके हैं। अरावली पुलिस थाने के अनुसार काला कुआं अरावली विहार के सेक्टर 3 निवासी सर्वेस भार्गव (53) की कोरोना से रविवार सुबह मौत हो गई। वे पहले से बीमार चल रहे थे, जिनकी जांच कराने पर रविवार सुबह ही रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी।

जब इन्हें एंबुलेंस से भर्ती कराने अस्पताल लेकर जा रहे थे तो उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल से कोविड प्रोटोकॉल के तहत एंबुलेंस से ले जाकर दाह संस्कार कराया। इसी प्रकार बहरोड़ क्षेत्र के माजरीकलां में 62 साल के महेन्द्र सिंह ने जयपुर के संतोकबा दुर्लभ जी अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इनका 26 अगस्त से दुर्लभजी अस्पताल में कैंसर का इलाज चल रहा था। जांच में ये कोरोना पॉजिटिव मिले, जिनकी शनिवार को मौत हो गई। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दाह संस्कार कराया गया। इसकी रिपोर्ट माजरीकलां पीएचसी प्रभारी ने सीएमएचओ को भेज दी है।
इधर, अलवर शहर की अल्कापुरी कॉलोनी में डॉक्टर दंपती की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि पुलिस अधीक्षक कार्यालय के 7 कर्मचारी (कांस्टेबल) कोरोना संक्रमित मिले हैं। एएसपी मुख्यालय शिवलाल बैरवा के अनुसार कार्यालय में सबसे पहले एक कांस्टेबल पॉजिटिव मिला था। उसके संपर्क में आने वालों की जांच के लिए सैंपल कराए गए, जिनमें 7 कांस्टेबलों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

कांस्टेबलों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर व कक्षों को सैनेटाइज किया गया है। दो दिन की छुट्‌टी के बाद सोमवार को भी सैनेटाइज किया जाएगा। आबकारी थाना (पश्चिम) में एक आरोपी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

पड़ोसी राज्यों ने ऑक्सीजन की सप्लाई रोकी तो सरकार ने भिवाड़ी की कंपनियों को पाबंद किया

भिवाड़ी. कोरोना मरीजों के कारण बढ़ी ऑक्सीजन की मांग और अन्य राज्यों से सप्लाई सीमित होने के बाद राज्य सरकार ने ऑक्सीजन उत्पादक कंपनियों को पाबंद किया है कि उन्हें पहले 50 किलोलीटर (50 हजार लीटर) ऑक्सीजन राज्य के स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएंगी। इसके बाद ही शेष बची ऑक्सीजन अन्य कहीं सप्लाई कर सकेंगी।

राज्य सरकार के ये निर्देश जिला प्रशासन के माध्यम से भिवाड़ी की आइनॉक्स एयर प्रोडेक्ट्स प्रा. लि. सहित कई कंपनियों को मिले हैं। कंपनियों को जिला कलेक्टर ने महामारी एक्ट के तहत जारी आदेश में कहा है कि जिले में उत्पादित या निर्मित ऑक्सीजन गैस की कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए अति-आवश्यकता है। ऐसे में ऑक्सीजन के उत्पादन को प्राथमिकता से स्वास्थ्य विभाग राजस्थान को उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

कंपनी में उत्पादित ऑक्सीजन में से 50 किलोलीटर ऑक्सीजन प्रतिदिन राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग को नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करें। नहीं करने पर कार्रवाई की जा सकती है। कलेक्टर के आदेशों का हवाला देते हुए राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लिमिटेड जयपुर ने कंपनी को जयपुर की एक एजेंसी को तीन टैंकरों में नियमित सप्लाई ले जाने को अधिकृत किया है।

जयपुर में सामने आ चुकी किल्लत

प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 98 हजार को पार कर चुकी है। गत दिनों जयपुर के एसएमएस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी सामने आई थी। शुक्रवार देर रात प्लांट में एक भी सिलेंडर नहीं बचा था। तब सामने आया था कि ऑक्सीजन की मांग बहुत अधिक बढ़ जाने से सप्लायर्स पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं।

जोधपुर, उदयपुर रीजन की सप्लाई अब तक अहमदाबाद से हो रही थी। गुजरात में केस बढ़े तो वहां से यह आपूर्ति बंद हो गई। ऐसे में भिवाड़ी से टैंकरों के जरिए जयपुर, जोधपुर और कोटा के लिए सप्लाई भेजी जा रही है। यहां ऑक्सीजन की बड़ी डिमांड सामने आ रही है।

कंपनी दिल्ली, हरियाणा व यूपी में सप्लाई दे रही थी

भिवाड़ी में आइनॉक्स के अलावा लिंडे नाम की दूसरी कंपनी भी ऑक्सीजन उत्पादन करती है। ये दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश तक सप्लाई देती रही हैं। लिंडे सिलेंडरों से सप्लाई देती है। जबकि सरकार को टैंकरों से ऑक्सीजन सप्लाई चाहिए।
एक टैंकर में करीब 15 हजार लीटर ऑक्सीजन आती हैं। इसलिए फिलहाल आइनॉक्स को पाबंद किया गया है। हालांकि इस कंपनी को भी राजी करने में प्रशासन को शक्ति का इस्तेमाल करना पड़ा। कंपनी नियमित सप्लाई की चेन को ब्रेक करना नहीं चाहती थी। तब उसे महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की चेतावनी देनी पड़ी। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में होम क्वारेंटाइन संक्रमितों के लिए भी ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे जा रहे हैं। इससे दाम डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं।

भिवाड़ी की आइनॉक्स एयर कंपनी को नियमित 50 किलोलीटर ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित देने के लिए जिला कलेक्टर ने पाबंद किया है। जिसके बाद हमने सप्लाई शुरु करा दी है।|
खेमाराम यादव, एसडीएम तिजारा



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ऑक्सीजन निर्माता कंपनी के बाहर खड़े टैंकर।