गंगाशहर में सीवरेज सिस्टम के पूरी तरह विकसित होने से पहले ही लोगों ने घरों में कनेक्शन ले लिए। गंगाशहर सीवर हादसे के बाद आरयूआईडीपी ने मेन मार्केट से लिंक सभी सीवर चैंबरों की जांच शुरू कर दी है। एक-एक सीवर चैंबर खोलकर देखा जा रहा है। सभी में पानी मिल रहा है।
गलियों में अवैध कनेक्शन भी मिले हैं। गंगाशहर मुख्य बाजार के जिस चैंबर में जहरीली गैस से श्रमिक की मौत हुई थी, उससे 1500 चैंबर जुड़े हैं। एक-एक कर सबकी जांच की जा रही है। अभियंताओं की आंखें फटी रह गईं जब हर चैंबर में कनेक्शन मिले। आरयूआईडीपी उन सभी घरों की सूची बना रहा है, जिनके सीवर कनेक्शन हो गए हैं। बाद में जिला कलेक्टर के निर्देश पर सभी के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।
गौरतलब है कि 10 सितंबर को श्रमिक मूलाराम को मेजरमेंट लेने चैंबर में उतार दिया गया था। उसके पास मास्क, हेलमेट, ऑक्सीजन किट नहीं थी। चैंबर में जहरीली गैस बनने से मूलाराम की मौत हो गई थी और दूसरा श्रमिक बेहोश हो गया था। आरयूआईडीपी ने जहरीली गैस का कारण अवैध कनेक्शन बताया था। सीवरेज प्रोजेक्ट करीब तीन साल से चल रहा है।
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