कोरोना महामारी के चलते देशनोक का करणीमाता मंदिर 20 सितबंर, पूनरासर का हनुमान मंदिर और तोलियासर भैरव मंदिर 30 सितंबर औैर कोलायत का कपिल मुनि मंदिर एक अक्टूबर तक बंद रहेंगे। यह निर्णय मंदिर ट्रस्टों ने प्रशासन के साथ मीटिंग करने के बाद लिए।
श्रीडूंगरगढ़ संवाददाता के अनुसार : पूनरासर हनुमानजी मंदिर अब सात सितंबर से नहीं खुलेगा। पुजारी ट्रस्ट द्वारा मंदिर प्रांगण में शनिवार सुबह तक युद्धस्तर पर रैलिंग निर्माण, सेनेटाईजिंग आदि कार्य करवाया जा रहा था लेकिन शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा पुन: बैठक बुला कर क्षेत्र के बडे मंदिरों को अभी नहीं खोलने का आग्रह किया गया।
पुजारी ट्रस्ट मंत्री महावीर बोथरा ने बताया कि प्रशासन के आग्रह के बाद मंदिर को आगामी 30 सितंबर तक नहीं खोलने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार क्षेत्र के गांव तोलियासर में स्थित तोलियासर भेंरूजी मंदिर भी आगामी 30 सितंबर तक नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है।
देशनाेक संवाददाता के अनुसार : श्रीकरणी मंदिर निजी प्रन्यास, देशनाेक ने भी देशनाेक के करणीमाता मंदिर काे 20 सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रन्यास के अध्यक्ष गिरीराजसिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते शनिवार को प्रशासन के साथ हुई मीटिंग के बाद मंदिर को 20 सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया। 21 सितंबर को मंदिर प्रन्यास और प्रशासन की बीच बैठक होगी इसके बाद ही मंदिर खोलने पर निर्णय होगा।
मंदिर, मस्जिद व गुरुद्वारा में सोशल डिस्टेंस बनाएंगे व मास्क जरूरी
खाजूवाला. कोविड-19 महामारी की परिस्थितियों में आमजन की सुरक्षा को देखते हुए विभिन्न धार्मिक संस्थानों को 7 सितंबर को खोलने के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने खाजूवाला के धर्म स्थलों का जायजा लिया। इस संबंध में खाजूवाला एसडीएम मिथलेश कुमार व राजस्व तहसीलदार गिरधारी सिंह ने मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा में संबंधित धर्म स्थलों के धार्मिक गुरुओं के पास जाकर चर्चा की।
एसडीएम मिथलेश कुमार ने धार्मिक स्थलों के ट्रस्टियों, पुजारियों तथा मौलवियों को कहा कि वे अपने आस-पास के लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक कर उन्हें धार्मिक स्थलों पर अधिक की जगह कम संख्या में जाने के बारे में प्रेरित करें। खाजूवाला तहसीलदार गिरधारी सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि वे सरकार की गाइडलाइन की पालना करें।
इस दौरान मदरसा नूरिया रिजविया के इमाम हाफिज शौकत अली अशरफी, मदरसा इस्लामिया के कारी शाबिर, गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान बलदेव सिंह बराड़, दुर्गा माता मंदिर के शिव, गणेश मंदिर के रामदेव व गुरुद्वारा अमर शहीद जीवण सिंह के हरपाल सिंह शेरगिल एवं एसडीओ कार्यालय के श्यामसुंदर शर्मा आदि मौजूद रहे।