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मंगलवार, 8 सितंबर 2020

पहली बार 24 घंटे में 3 संक्रमितों की मौत, इनमें एक 22 साल का युवक और 2 बुजुर्ग


अलवर. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोमवार को आवश्यक सेवाआें को छोड़ शहर के सभी बाजार बंद रहे।

कोरोना का जानलेवा हमला लगातार 7वें दिन जारी रहा। पहली बार जिले में 24 घंटे के भीतर 3 कोरोना संक्रमितों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। तीनों मौतें जयपुर में हुईं। इनमें बहरोड़ के खोहर गांव निवासी 22 साल का युवक, खेड़ली निवासी 70 साल व्यापारी और नीमराना क्षेत्र का व्यक्ति शामिल हैं। सोमवार को जेल के बंदी सहित 169 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

इनमें अलवर शहर में 59, भिवाड़ी में 27, बहरोड़ में 21, तिजारा में 15, किशनगढ़बास में 12, कोटकासिम में 11, खेड़ली में 7, बानसूर में 6, शाहजहांपुर में 5, रैणी में 2, मुंडावर, मालाखेड़ा, थानागाजी व लक्ष्मणगढ़ में 1-1 संक्रमित मिले हैं। बहरोड के खोर गांव के 22 साल के युवक की जयपुर के कोविड हॉस्पिटल में मौत हो गई।

इस युवक को कोरोना संदिग्ध के रूप में 4 को बहरोड़ सीएचसी से अलवर रैफर कर दिया। यहां से जयपुर रैफर कर दिया। रविवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद जयपुर में सैंपल लेकर जांच की तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई जबकि अलवर में जांच नहीं की गई।

सितंबर में लगातार 7वें दिन मौत, अब तक 44 जान गईं, प्रशासन 37 बता रहा

खेड़ली. आठ दि‍न पहले कोरोना पॉजि‍टि‍व आए कस्बे के 70 वर्षीय व्यापारी ने सोमवार को जयपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शोक में कस्बे की अनाज मंडी पूरी तरह बंद रही। जानकारी के अनुसार कस्बे के वार्ड 9 नि‍वासी 70 वर्षीय व्यापारी की तबीयत खराब होने पर कोरोना की जांच कराई गई। पॉजि‍टि‍व आने पर होम क्‍वारेंटाइन किया गया। तबीयत बिगड़ने पर परिजन दूसरे दिन भरतपुर ले गए। वहां से जयपुर भेज दि‍या गया।

जयपुर में सोमवार सुबह 9 बजे उनकी मौत हो गई। खेड़ली कस्बे में कोरोना से मौत का यह पहला मामला है। जबकि खेड़ली ब्लॉक में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इनमें 4 ग्रामीण क्षेत्र में हुई है। ब्लॉक में कोरोना के कुल 91 एक्टिव केस में 79 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। कस्बे में 12 कोरोना एक्टिव केस चल रहे हैं।

भास्कर सलाह : कोरोना को हल्के में ना लें, मृतकों के परिजन आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पा रहे
यदि आप कोरोना संक्रमण को हल्के में ले रहे हैं तो आप गलत हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत स्पष्ट गाइडलाइन है कि कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद परिजनों को शव सुपुर्द नहीं किया जाएगा। ऐसे में शव के अंतिम दर्शन भी नहीं हो पाएंगे। वायरस के घातक होने पर जान भी जा सकती है और बचाव ही इलाज है। इसलिए लापरवाही ना करें मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें।

नीमराना : किडनी रोगी बुजुर्ग की निजी अस्पताल में मौत
कस्बे के समीपवर्ती माधोसिंहपुरा गांव के 65 वर्षीय बाबूलाल सैनी पुत्र प्रभु दयाल सैनी की सोमवार को कोरोना से मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार बाबूलाल करीब 7 माह से किडनी की परेशानी से जूझ रहे थे। माजरीकलां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ केके यादव ने बताया कि उक्त बुजुर्ग की दोनों किडनी खराब थी। वे निम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। हर दूसरे दिन उनका डायलिसिस हो रहा था।

तीन सितंबर को डायलिसिस कराने के बाद रात को तबीयत खराब हो गई तो परिजनों ने 4 सितंबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। यहां वह कोरोना पॉजिटिव आए तो कोविड-19 सेंटर भेजा गया। जहां से जयपुर स्थित आरके हॉस्पिटल में ले जाया गया। सोमवार को बुजुर्ग की मौत हो गई। कोरोना संक्रमित होने जयपुर में ही अंतिम संस्कार किया गया। मंगलवार को जयपुर से लौटने के बाद परिजनों की सैंपलिंग की जाएगी।



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