Rajasthan Village News

राजस्थान के गांवो की ताज़ा खबरें हिंदी में

शनिवार, 24 अक्तूबर 2020

दुर्गा अष्टमी पर पढि़ए उन महिला पुलिस कर्मियों की कहानी, जो समाज में व्याप्त बुराई और अपराध से लड़ रही हैं

नवरात्र यानी मातृशक्ति की आराधना का पर्व। नारी शक्ति के आदर और सम्मान का उत्सव। यह उत्सव नारी को अपने स्वाभिमान व अपनी शक्ति का स्मरण दिलाता है, साथ ही समाज के अन्य पुरोधाओं को भी नारी शक्ति का सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है। भास्कर आपको कोटा जिले की 9 महिला पुलिसकर्मियों के बारे में बता रहा है, जो अपनी बहादुरी से हर रोज फील्ड में बुराई और समाज में पैर पसार रहे अपराध से लड़ रही हैं। पढ़िए, नारी शक्ति के 9 किस्से।

गीता पंचोली एएसआई (थाना दीगोद)

नाइट गश्त में बदमाशों को पकड़ माल बरामद किया : 1989 में कांस्टेबल बनी गीता पंचोली लगन, मेहनत के बूते एएसआई बनी। 17 मार्च 2020 को मारवाड़ा चौकी रेलवे पुलिया के पास वाहन चालक से लूट की सूचना मिली। गीता ने तुरंत मौके पर पहुंच बदमाशों का पुलिस जीप से फिर दौड़कर पीछा किया। जिन्हें पकड़कर माल बरामद किया।
अनिता जाट
कांस्टेबल ( ग्रामीण पुलिस लाइन)

अपहरण व दुष्कर्म पीड़िता को ढूंढ निकाला
अनिता जाट वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात हैं। अनिता जिला कोटा ग्रामीण में 13 साल से पदस्थापित हैं। उनके अथक प्रयासों द्वारा सुल्तानपुर थाने के एक मामले में पुलिस को कामयाबी मिली। एक बदमाश ने बालिका का अपहरण किया और उसके साथ दुष्कर्म भी किया। मामले में अनिता ने बालिका को बरामद किया और अपराधी को सजा दिलवाई।

माली कांस्टेबल (थाना बूढ़ादीत)

9 गुमशुदा बालिकाओं को ढूंढ निकाला
माली वर्तमान में बूढ़ादीत थाने में तैनात माली कोटा ग्रामीण में 7 साल से पदस्थापित हैं। माली ने अथक प्रयास करते हुए एक वर्ष में गुमशुदा हुई 9 बालिकाओं को ढूंढ निकाला है। इसमें बूढ़ादीत थाने के 4 मुकदमे और 5 गुमशुदगियां शामिल हैं। सभी प्रकरणों में बालिकाओं को बरामद किया जा चुका है।

रीना कांस्टेबल (थाना मोड़क)

प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को अपने बच्चे को छोड़ अस्पताल पहुंचाया: मोड़क थाने में तैनात कांस्टेबल रीना ने ट्रेन में सफर कर रही गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा से तड़पती देख अपने बच्चे की परवाह किए बगैर उसे सरकारी जीप में बिठाकर सीएचसी मोड़क पहुंचाया। इस कार्य पर रीना को गत वर्ष दिवस पर एसडीएम रामगंजमडी ने सम्मानित भी किया है।

देवकी जाट कांस्टेबल (थाना बूढ़ादीत)

गोल्ड मेडलिस्ट देवकी सिखाती है आत्मरक्षा के गुर
बूढ़ादीत थाने की कांस्टेबल देवकी जाट ने छात्राओं को आत्मरक्षा ट्रेनिंग देने में महारत हासिल हैं। जो 13 साल से कोटा ग्रामीण में पदस्थापित है। कांस्टेबल देवकी अब तक सैंकड़ों छात्राओं-महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे चुकी। जिसने राजस्थान पुलिस खेल प्रतियोगिता जुडो अन्तर रेंज में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड जीता है और जिले का नाम रोशन किया है।

मनभर कांस्टेबल (थाना मंडाना)

अपहरण के बाद दो बालिकाओं को छुड़ाया
कोटा ग्रामीण में 14 सालों से पदस्थ कांस्टेबल मनभर वर्तमान में मंडाना थाने में तैनात है। जो परिवार की जिम्मेदारी के साथ साहसिक होकर नौकरी भी कर रही है। थाना मंडाना के एक मामले में कांस्टेबल मनभर ने अपहरण करके ले जाई गई दो बालिकाओं को छुड़ाने का साहसिक कार्य किया।

धर्मेंन्द्रा कांस्टेबल (मानव तस्करी विरोधी यूनिट)

85 बालकों को बालश्रम से मुक्त करवाया, 4 अपहृत बालिकाएं बरामद की : मानव तस्करी विरोधी यूनिट कोटा ग्रामीण में तैनात कांस्टेबल धर्मेंन्द्रा ने 2019 में कुल 70 बच्चों का रेसक्यू कराया। 2020 में 15 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया। यानी दो सालों में 85 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया। 4 अपहृत बालिकाएं बरामद की।

राखी कांस्टेबल (थाना अयाना)

9 साल में 5 बालिकाओं को तलाश कर चुकी कोटा ग्रामीण में पदस्थ कांस्टेबल राखी वर्तमान में अयाना थाने में तैनात हैं। कांस्टेबल राखी कोटा ग्रामीण में पिछले 9 साल से पदस्थापित है। कांस्टेबल राखी द्वारा अयाना थाने के 2 प्रकरणों व 3 एमपीआर की बालिकाओं को दस्तयाब करने का सराहनीय कार्य किया हैं। यह ऐसी बालिकाएं थी, जो घर से गायब हुई थी।

परमेश्वरी कांस्टेबल ( ग्रामीण पुलिस लाइन)

कोरोना महामारी में लोगों को किया जागरुक कोटा ग्रामीण में 14 सालों से पदस्थ कांस्टेबल परमेश्वरी वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात हैं। कांस्टेबल परमेश्वरी द्वारा कोरोना महामारी में लगातार ड्यूटी की गई और इस दौरान आम लोगो को बचाव हेतु जागरूक किया। वहीं, सांगोद के एक मामले में बालिका को बरामद करने का कार्य किया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कोटा जिले की 9 महिला पुलिसकर्मियों के बारे में बता रहा है, जो अपनी बहादुरी से हर रोज फील्ड में बुराई और समाज में पैर पसार रहे अपराध से लड़ रही हैं