राज्य सरकार ने हर साल की भांति शिक्षक सम्मान की परंपरा को जारी रखते हुए गुरुवार को शिक्षकों के सम्मान में समारोह रखा। महामारी के कारण यह समारोह पूरी तरह से ऑनलाइन रखा गया। हर जिले से 3-3 श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन किया गया। इन्हीं में बांसवाड़ा के भी 3 शिक्षक सम्मानित हुए। विभाग द्वारा चयन के 40 बिंदुओं के विश्लेषण के बाद सम्मान की सूची में शामिल किया गया। भास्कर ने इन्हीं शिक्षकों से जानी उनकी उपलब्धियां तो कोई स्कूलों में नामांकन बढ़ाने तो कोई डिजिटल तकनीक के उपयोग से नवाचार कर तो कोई शैक्षिक सुधार के साथ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी निस्वार्थ सेवाभाव के कारण इस उपलब्धि को पाने का हकदार बना।
विवेक दोसी, राउप्रावि ठिकरिया
मेरा लक्ष्य है अधिक से अधिक बच्चों को डिजिटल एजुकेशन से जोड़ सकूं। इसके लिए स्कूल में ही भामाशाहों के सहयोग से लैब तैयार कराई। इसके अलावा एक विद्यार्थी के हार्ट की समस्या पर उसके इलाज के लिए पूरे प्रबंध किए और आरबीएसके के माध्यम से फोर्टिस अस्पताल में निशुल्क बायपास सर्जरी कराई। स्कूल पूरा नामांकन, शत प्रतिशत परिणाम और अन्य सामाजिक कार्य किए हैं।
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