Rajasthan Village News

राजस्थान के गांवो की ताज़ा खबरें हिंदी में

रविवार, 8 नवंबर 2020

चोरी की 33 बाइक समेत तीन बदमाश गिरफ्तार, एमपी में बेचने की थी तैयारी

उद्योगनगर पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। इसके पास से 33 चोरी की बाइक बरामद की है, जिनकी बाजार में कीमत लगभग 15 लाख रुपए है‌। बदमाश चोरी की बाइक को पूरी अथवा पार्ट्स निकालकर मध्यप्रदेश में बेचते थे। इनकी भी बेचने की तैयारी हो चुकी थी, लेकिन एनमौके पर बदमाश पकड़े गए।

शहर एसपी गौरव यादव ने बताया कि प्रशिक्षु आरपीएस मृत्युंजय मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम को पुराने चालनशुदा बदमाशों से पूछताछ करने व उन की गतिविधियों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे। 5 नवंबर को पुलिस टीम को सूचना मिली कि भामाशाह मंडी की तरफ से 3 युवक एक बाइक पर आ रहे हैं, उनके पास चोरी की बाइक हो सकती है।

मुखबिरों ने बदमाशों का हुलिया भी बताया। सूचना पर पुलिस टीम ने डीसीएम चौराहा पर आकस्मिक नाकाबंदी कर दी और तभी भामाशाह मंडी की तरफ से बाइक पर तीन युवक आते दिखाई दिए। पुलिस टीम को देखते ही तीनों युवक बाइक घुमा कर वापस मुड़कर जाने लगे यह वो ही बदमाश थे।

बाइक पर पीछे नंबर प्लेट नहीं होने से पुलिस का शक पुख्ता हो गया। पुलिस ने बाइक रुकवाकर नाम-पता पूछा तो तीनों ने कुशाल कुमार उर्फ कौशल (34) पुत्र कमल किशोर शाक्यवाल निवासी नई धानमंडी गुमानपुरा हाल प्रेमनगर अफोर्डेबल योजना, गणेश कुमार (31) पुत्र श्रवण कुमार मेघवाल निवासी रेलगांव थाना सिमलिया हाल प्रेम नगर अफोर्डेबल योजना और तीसरे ने जितेंद्र उर्फ जीतू (21) पुत्र मंगतलाल मेघवाल निवासी बल्लोप थाना तालेड़ा जिला बूंदी बताया।

तीनों युवकों से बाइक के कागजात मांगे तो उन्होंने नहीं होना बताया और संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। पुलिस ने जब बाइक के चैसिस व इंजन नंबर चेक किए तो उस नंबर की बाइक उद्योगनगर थाना क्षेत्र से चोरी होना पाया। ‌तीनों से जब सख्ती की गई तो वे टूट गए और चोरी कबूल ली। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और रिमांड में आरोपियों ने शहर के नयापुरा, अनंतपुरा, दादाबाड़ी, आरकेपुरम, कुन्हाड़ी एवं शहर के अन्य आसपास थाना क्षेत्रों से 33 बाइक चोरी करना स्वीकार किया‌।

दिन में करते थे रैकी, रात में चुराते थे बाइक

प्रशिक्षु आरपीएस मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि चोरी की सभी बाइक प्रेमनगर अफोर्डेबल योजना के पीछे भड़क्या खाल के जंगलों में बबूल के पेड़ों की झाड़ियों में तिरपाल के नीचे छुपा कर रखी गई थी। आरोपियों की निशानदेही पर उक्त बाइक को जब्त किया गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे कोटा शहर में दिन के समय घूम-घूम कर बाइक की रैकी करते थे तथा रात के समय अलग-अलग जगह से मौका पाकर बाइक चोरी करके उनको छुपा देते थे‌‌। कुछ गाड़ियों को जितेंद्र उर्फ जीतू, जो कि मिस्त्री का काम करता है उसकी दुकान पर ले जाकर उसमें से किसी का इंजन तो किसी का चेचिस बदल देते थे।

जिससे बाइक की पहचान बिगाड़ जाती थी और जिसके बाद बाइक को मध्यप्रदेश में बेचते थे। इन बाइक को भी बेचने की तैयारी कर रहे थे, परंतु वे अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते, उससे पूर्व ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। पुलिस टीम में एएसआई विष्णु कुमार, हैड कांस्टेबल दौलतराम, बहादुर सिंह, कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, अशोक कुमार, शैलेश, राजू लाल, रामप्रताप, रामेश्वर की अहम भूमिका रही।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Three crooks, including 33 stolen bikes, arrested, preparing to sell in MP