(राजेश त्रिवेदी) उत्तर नगर निगम में महापौर प्रत्याशी के नाम पर सहमति नहीं बन पाने से पेंच फंस गया हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहक्षेत्र में उत्तर निगम पर काबिज होने के बाद कांग्रेस की दक्षिण निगम पर तिरछी नजर हैं। कांग्रेस में महापौर को लेकर माली-मुस्लिम वर्ग में प्रेशर की राजनीति शुरू होने के बाद अब कांग्रेस ने प्लान बी बनाकर स्थानीय नेताओं को दक्षिण निगम में जीतकर पहुंचे कांग्रेस व भाजपा के 8 बागियों सहित भाजपा के 5 पार्षदों को अपने साथ करने की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
नामांकन के 24 घंटे पहले कांग्रेस के प्लान बी का खुलासा होने के बाद भाजपा बुरी तरह घबराई हुई नजर आ रही हैं। दोपहर में कांग्रेस के प्लान बी की भनक लगते ही भाजपा नेताओं ने बुधवार दोपहर में गुजरात के अंबाजी में गेस्ट हाउस में ठहरे सभी पार्षदों से मोबाइल बंद करवाकर अपने पास रख लिए हैं। भाजपा कांग्रेस के इस प्लान से इतनी घबराई कि रातों-रात पार्षदों का ठिकाना भी बदल दिया। इतना कुछ होने के बावजूद एक-एक पार्षद की हर हरकत पर बारीकी नजर रख रही हैं।
घबराहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब भाजपा की महिला पार्षदों ने करवा चौथ व्रत खोलने के लिए जोधपुर में बैठे अपने सुहाग से वाट्सएप कॉलिंग करने के लिए मोबाइल मांगे तो एकबारगी इनकार कर दिया, लेकिन बाद में भाजपा नेताओं ने खुद के मोबाइल देकर बात करवाई, तब जाकर महिला पार्षद व्रत खोल पाईं।
कांग्रेस का प्लान-B: कोटा के बाद जोधपुर में दोनों मेयर खुद के
जयपुर हेरिटेज के साथ कोटा के उत्तर व दक्षिण निगम पर कब्जा जमाने के बाद कांग्रेस की नजर अब जोधपुर के दक्षिण निगम पर अटकी हैं। पहले खुद मुख्यमंत्री ने 5+1 का मैसेज देकर भाजपा में खलबली मचा दी। यह संकेत था कि कोटा के उत्तर व दक्षिण निगम के साथ जयपुर की ग्रेटर और जोधपुर उत्तर में बोर्ड बनाने की गणित जुटा ली है, लेकिन अब उसकी नजर दक्षिण निगम पर अटकी हैं।
दक्षिण निगम में कांग्रेस के 29 पार्षद जीते हैं और उनके छह बागी प्रत्याशी भी चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में यह संख्या 35 होती हैं। अब कांग्रेस भाजपा से नाराज होकर बतौर बागी जीते 2 पार्षदों के साथ-साथ पांच भाजपा के पार्षदों पर डोरे डाल रही हैं। हालांकि भाजपा ने अधिकृत प्रत्याशी के सामने जीते दीपक माथुर व फतेहराज सुथार का समर्थन हासिल करने की भरसक कोशिश की, लेकिन दोनों ही अपनी-अपनी मांग पर अड़े रहे।
आखिर कांग्रेस काे प्लान-B की क्याें जरूरत पड़ी?
जोधपुर में लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत को निगम चुनाव की कमान सौंपी, उत्तर निगम जीता लेकिन दक्षिण निगम में खुद का महापौर बनाती है तो उत्तर व दक्षिण में महापौर की रार खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही सबसे बड़ा फायदा वैभव को होगा। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत को पटखनी देने का यह सबसे उपयुक्त मौका होगा। इससे भाजपा का मनोबल भी टूटेगा और कांग्रेस अपने हिसाब से शहर का विकास करवा सकेगी।
इधर, दाेनों पार्टियों में महापौर के नाम पर रार
कांग्रेस में घमासान संभव, देर रात तक एक नाम पर सहमति नहीं
उत्तर निगम में 53 पार्षदों के प्रचंड बहुमत के बावजूद कांग्रेस में देर रात तक महापौर के लिए किसी एक नाम सहमति नहीं बनने से खींचतान जारी रही। नागौर रोड स्थित एक होटल में बाड़ाबंदी में रखे गए कांग्रेस के पार्षदों से समर्थन के पत्र पर दोनों ही गुटों की ओर से हस्ताक्षर करवाए गए। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के दिग्गज रहे मानसिंह देवड़ा की पुत्री कुंती परिहार (देवड़ा) के समर्थन में 53 में से 35 पार्षदों ने हस्ताक्षर कर समर्थन का पत्र सीएम अशोक गहलोत को भेजा हैं।
दूसरी ओर मेहराज अंसारी के लिए 16 पार्षदों ने साइन किए हैं। जोधपुर शहर विधायक ने शहर विधानसभा से चुने गए सभी पार्षदों को विधायक मनीषा पंवार ने उनकी सहमति के बाद ही साइन करने को कहा हैं। हालांकि महापौर को लेकर अंतिम फैसला सीएम अशोक गहलोत ही करेंगे।
भाजपा में असमंजस, वसुंधरा और शेखावत खेमा लॉबिंग में सक्रिय
हालांकि भाजपा कांग्रेस की उनके पार्षदों पर तिरछी नजर से जबरदस्त घबराई है, लेकिन अंदरूनी लड़ाई भी चरम पर नजर आ रही हैं। निगम चुनाव में वसुंधरा राजे के खेमे की उपेक्षा के बाद अब दक्षिण निगम महापौर पद को लेकर राजे व शेखावत का खेमा पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहा है।
शेखावत खेमा इंद्रा राजपुरोहित का समर्थन कर रहा है तो वसुंधरा खेमे के नेता वनिता सेठ के लिए लॉबिंग करने में जुट गए हैं। हालांकि अंतिम फैसला केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के साथ महामंत्री संगठन चंद्रशेखर, जिलाध्यक्ष देवेंद्र जोशी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत की पांच सदस्यीय कोर कमेटी ही करेगी। देर रात यह फैसला हुआ कि फिलहाल इंद्रा राजपुरोहित व वनीता सेठ दोनों ही महापौर के लिए अपना आवेदन पेश करेगी।
कांग्रेस में रार के 2 कारण
मेहराज अंसारी
उत्तर निगम में कांग्रेस ने कुल 27 मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारे, इसमें से 24 जीते, जबकि 3 मुस्लिम प्रत्याशी बतौर निर्दलीय चुनाव जीते हैं। ऐसे में मेहराज के लिए सईद अंसारी दावा कर रहे हैं।
कुंती देवड़ा
कांग्रेस ने उत्तर निगम में माली समाज के 22 कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारा, लेकिन 15 ही जीते, लेकिन 2 बागी प्रत्याशी भी जीते हैं, ऐसे में माली समाज महापौर पर अपना दावा कर रहा हैं।
अंबाजी में भाजपा की महिला पार्षदों ने वीडियो कॉल पर पति को निहारकर चौथ का व्रत खोला
भाजपा के सभी पार्षदों की गुजरात के अंबाजी में स्थित एक गेस्ट हाउस बाड़ेबंदी की गई है। बुधवार को करवाचौथ होने के चलते महिला पार्षदों ने मोबाइल पर पति का चेहरा देखकर पूजा करने की इच्छा जताई। पार्टी द्वारा मोबाइल बंद कर रखवाने के कारण फोन देने की मांग की। फिर पार्टी के नेताओं ने अपने मोबाइल से वीडियो कॉलिंग करवाई तो उन्होंने पूजन कर व्रत खोला।
पहले दिन एक भी नामांकन नहीं, भाजपा के दाे व कांग्रेस का एक आवेदन मंगवाया
नगर निगम चुनाव के नतीजे आने के बाद दोनों निगम के महापौर के लिए मुकाबला शुरू हो गया। नगर निगम उत्तर व दक्षिण के रिटर्निंग अधिकारियों की ओर से महापौर चुनाव की लोक सूचना जारी कर दी गई। इसके साथ नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
पहले दिन दोनों ही निगम में एक भी नामांकन नहीं भरा गया। गुरुवार को नामांकन जमा करवाने का अंतिम दिन होने के कारण दोनों ही दलों की ओर से नामांकन भरे जाएंगे। पहले दिन भाजपा की ओर से दो और कांग्रेस की ओर से एक नामांकन पत्र मंगवाया गया। निगम उत्तर के नामांकन की प्रक्रिया पुराने निगम भवन में आरओ एमएल नेहरा ने और दक्षिण के लिए पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थित भवन में आरओ इंद्रजीत यादव ने शुरू की गई है।
ये रहेगी चुनावी प्रक्रिया
- गुरुवार सुबह 10:30 से दोपहर 3 बजे तक नामांकन का अंतिम माैका।
- 6 नवंबर को नामांकन पत्रों की समीक्षा होगी व सिंबल भी जमा होंगे।
- 7 नवंबर दाेपहर 3 बजे तक महापाैर प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे।
- जरूरत पड़ने पर 10 नवंबर को महापौर का चुनाव के लिए मतदान होगा।
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