किसी व्यक्ति के काेराेना पॉजिटिव हाेने पर पूरे परिवार में चिंता व्याप्त हाे जाती है। लेकिन जवाहरनगर सेक्टर 1 निवासी एक व्यक्ति के काेराेना पाॅजिटिव हाेने पर उनकी पत्नी बिलकुल नहीं घबराई और अस्पताल में पति का मनाेबल बढ़ाने के लिए उनके साथ रहने का निर्णय ले लिया। यहां बात कर रहे हैं नेहा गुप्ता की। इनके पति की रिपाेर्ट 30 अक्टूबर काे काेराेना पाॅजिटिव आई थी।
तब से पति के साथ हाेम आइसाेलेट थे। लेकिन 3 नंवबर काे जिला अस्पताल में आ गए। जहां पति काे जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया। वह पति के साथ रहकर उनका ध्यान रखना चाहती थी। लेकिन काेई कमरा खाली नहीं था। इसलिए अस्पताल के एक स्टाेर रूम की साफ-सफाई करवाकर उन्हें वहां शिफ्ट किया। वहां पति के साथ रहकर उनकी देखभाल कर रही हैं।
बुधवार काे करवा चाैथ पर्व भी वहीं मनाया। इस दाैरान नेहा ने पति की आरती उतारी और छलनी के जरिए अपने पति का चेहरा देखकर व्रत खाेला। नेहा का कहना है कि पति काे यू मुसीबत में अकेले नहीं छाेड़ सकती थी। इसलिए इनके साथ रहने का फैसला किया। अब इन्हें साथ लेकर ही घर जाऊंगी। पति के साथ रहने के लिए पूरे परिवार की भी सहमति थी।
पति की किडनी खराब, डाॅक्टर बोले डायलिसिस करना होगा, पत्नी ने सेवा की, अब किडनी स्वस्थ
रावलामंडी|इस बार करवा चाैथ का व्रत रावला मंडी की ज्योति जांगिड़ के लिए खुशियाें की साैगात लेकर अाया। बुधवार काे ज्योति ने करवा चाैथ का व्रत रखा था। व्रत की कथा सुनकर उठी ताे उसे बताया गया कि पति रविंद्र के गुर्दाें की जांच िरपाेर्ट अा गई है। उपचार कर रहे वैद्य ने बताया कि अब रविंद्र के गुर्दे काम करने लगे हैं। अब आगे परहेज व रूटीन में ही अायुर्वेद दवाएं लेनी हाेंगी।
दरअसल 40 साल के रविंद्र जांगिड़ का 20 माह से अायुर्वेदिक उपचार चल रहा था। 24 मार्च 2019 काे हिसार के वैद्य शिव शर्मा ने उपचार शुरू करते समय कहा था कि ईश्वर पर भराेेसा रखें। परहेज करना हाेगा। सब ठीक हाे जाएगा। रविंद्र के परिजनाें ने बताया कि 25 फरवरी 2019 को सर्दी जुकाम से पीड़ित ज्योति के पति की जांच में पता चला कि उसकी दाेनाेें किडनी खराब हाे गई हैं।
तीन बच्चाें की मां 38 साल की ज्योति के लिए यह रिपोर्ट किसी वज्रपात से कम न थी। जयपुर के एक बड़े अस्पताल में डाॅक्टराें ने राय दी कि तत्काल डायलसिस करवाएं और ट्रांसप्लांट के लिए किडनी की व्यवस्था करें। परिजनाें ने विचार-विमर्श के बाद गुजरात जाकर किडनी ट्रांस्प्लांट का निर्णय लिया। इसके लिए 24 मार्च, 2019 की बीकानेर से ट्रेन में तीन टिकटें भी बुक करवा दी गई। 22 मार्च, 2019 मार्च काे खानुवाली के एक परिचित बुजुर्ग ने राय दी कि हिसार में वैद्य शिव शर्मा से परामर्श लें। ज्योति पति काे लेकर ससुर के साथ हिसार पहुंची।
परामर्श के बाद आयुर्वेदिक दवाएं लेना शुरू कर दिया। दिन रात पति की सेवा की। उपवास भी किए। अब रिपाेर्टआई ताे मानाे ईश्वर ने 20 माह की तपस्या का फल उसकी झाेली में डाल दिया। एक बेटी व दो बेटों की मां ज्योति जांगिड़ का कहना है कि ईश्वर ने मुझे सब कुछ दिया था। अब सुहाग काे स्वस्थ करके दुनियाभर की खुशियां दे दी हैं।
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