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शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुका खिलाड़ी अब सब्जी बेच पाल रहा पेट

PALI SIROHI ONLINE

पाली जिले के निमाज में 41 वर्षो के बाद टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद चहुंओर हॉकी की ही बातें होने लगी हैं। हॉकी खिलाडिय़ों में जोश हिलोरे मार रहा है। पाली जिले के निमाज कस्बे के निवासी हॉकी खिलाड़ी लक्ष्मण सोलंकी ने चुनौतियों से काफी कुछ सीखा। वह राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल चुका है।लक्ष्मण ने हालातों से लड़ते हुए प्रतिभा का लोहा मनवाया। दो बार राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले लक्ष्मण के अरमानों पर एक सडक़ हादसे ने पानी फेर दिया। छह महीनों तक बिस्तर पर रहने के बाद जब वह वापस मैदान पर लौटा तो उसने पाया कि उसके अरमान टूट चुके हैं।

विपरीत हालातों के बीच स्कूल से भी नाता टूट गया। परिवार के हालातों के बीच आर्थिक स्थिति सुधारने में लगना पड़ा। ऐसे में हॉकी जैसे खेल में अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाने का सपना मन में ही रह गया। लक्ष्मण वर्तमान में कस्बे के बस स्टैंड पर सब्जी का केबिन लगाकर परिवार की आर्थिक मदद में जुटे हैं, लेकिन अभी भी हॉकी का नाम लेते ही जोश से भर जाते हैं। शाम को खेल मैदान पर पहुंचकर खिलाडिय़ों से रूबरू होने से नहीं चूकते।हाथ में आने के बाद सीधा गोल अंडर 14 प्रतिस्पर्धा में लक्ष्मण के नन्हे हाथों में आने के बाद खेल के मैदान में हॉकी स्टिक गोल पर गोल दागती चली जाती थी। बकौल लक्ष्मण हनुमान गढ़ में अंतराष्ट्रीय गोलकीपर के चैलेंज पर अपने साथी खिलाड़ी की मदद से गोल दागकर सबकी वाहवाही लूटी।

प्रसशंको ने इनामों की बौछार कर दी।सुविधाओं की जरूरत दो बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया। एक्सीडेंट में पैर फै्रक्चर होने के बाद विराम से लग गया। कस्बे के मैदान में हॉकी की प्रेक्टिस कर रहे खिलाडिय़ों में प्रतिभा भरी है। इन प्रतिभाओं को अच्छे मैदान के साथ थोड़ी सुविधा मिले, तो गांव- प्रदेश का नाम अवश्य रोशन होगा। खिलाडिय़ों को पूरी लगन के साथ अपने खेल में लगना चाहिए। -लक्ष्मण सोलंकी, पूर्व राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी, निमाजमेहनत के साथ संसाधन जरूरी निमाज हॉकी का गढ़ रहा है।

पूरे जिले में हॉकी में निमाज का दबदबा रहा है। निमाज के साथ जिलेभर में हॉकी की प्रतिभाएं उभरी हैं, जरूरत है उन्हें तराशने की। इस खेल में मेहनत के साथ अच्छे मैदान, सुविधाएं व संसाधन होना जरूरी है। खिलाडिय़ों को समय पर मैदान समेत अन्य सुविधाएं मिले तो प्रतिभाओं को आगे बढऩे का मौका मिल सकता हैं। -जोधाराम गुर्जर, पूर्व सचिव जिला हॉकी संघ, पाली